Jain Ekta Samgoshthi – जैन एकता एवं सल्लेखना समाधि चर्चा संगोष्ठी

रविवार, 16 अक्टूबर 2022 को परम पूज्य मुनि श्री 108 विहर्ष सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में अहिंसा प्रभावना समूह, दिल्ली द्वारा “जैन एकता एवं सल्लेखना समाधि चर्चा संगोष्ठी” का सफल आयोजन श्री 1008 पार्श्वनाथ दि. जैन मंदिर जी, जैन बारादारी, गुरुग्राम (हरियाणा) में

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संगोष्ठी में प्रमुख वक्ताओं में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग के चेयरमैन जस्टिस श्री नरेन्द्र कुमार जैन, उजला के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट श्री सुशील जैन व महामंत्री एडवोकेट श्री अजयवीर सिंह जैन, डॉ संजीव सौगानी, विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष संजय जैन, श्रीमती नीरू जैन, (लक्ष्मी नगर, दिल्ली), मोटिवेशनल स्पीकर श्री रितेश जैन (गाजियाबाद), डॉ चक्रेश जैन (नोयडा) और अन्य वक्ताओं ने जैन एकता, सल्लेखना व श्री सम्मेद शिखर जी के संरक्षण हेतु अपने विचार समाज के गणमान्यों की उपस्तिथि में व्यक्त किये।

मुनि श्री विहर्ष सागर जी मुनिराज ने अपने उद्वोधन में जैन धर्म, श्री सम्मेद शिखर जी और अन्य तीर्थो के संरक्षण हेतु जैन एकता को आवश्यक बताया और रविवार, 4 दिसम्बर 2022 को दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में श्री सम्मेद शिखर जी के संरक्षण हेतु विश्व जैन संगठन के संयोजन में आयोजित होने वाली विशाल रैली में ससंघ सानिध्य देने की घोषणा की।

संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए मुख्य संयोजिका व प्रमुख वक्ता श्रीमती इंदु जैन, संयोजक अंकित जैन एवं प्रभावना समूह के अन्य पदाधिकारियों और एडवोकेट श्री अभय जैन के कुशल संचालन के लिए मुनि श्री और उपस्तिथ सभी वक्ताओं व गणमान्यों ने प्रशंसा की।

UJLA event at Padampura

An amazing gathering at the UJLA event in Padampura

 

 

Mission

Our mission is to provide the best legal community of Jain Lawyers globally

mission ujla

 

Dedication

Mahavira

Mahavira taught that observance of the vows of ahimsa (non-violence), satya (truth), asteya (non-stealing), brahmacharya (chastity), and aparigraha (non-attachment) is necessary for spiritual liberation. He taught the principles of Anekantavada (many-sided reality)